जुकाम एक ऐसी समस्या है जिसके आमतौर पर लोग बदलते मौसम में शिकार हो जाते हैं। धूप से आकर तुरन्त ठंडा पानी पीने या फ्रिज का पानी पीने से भी जुकाम लग जाता है। वैज्ञानिकों का कहना हैं कि कोई भी व्यक्ति औसतन साल में दो बार जुकाम का शिकार होता है। इसमें जो छींक आती है उसकी अधिकतम रफ्तार 103 मील प्रति घंटा की होती है।
बार-बार जुकाम होने से सिर के बाल झड़ने लगते हैं। बालों के सफेद होने की आशंका भी बढ़ जाती है। जुकाम के कारण नजरें भी कमजोर होती हैं। अभी तक जुकाम का स्थायी उपचार ढूंढने में वैज्ञानिक सफल नहीं हो सके हैं, लेकिन रोगी निम्न सावधानियां बरतकर जल्दी ही जुकाम से छुटकारा पा सकता है।
- यदि जुकाम के साथ गला खराब हो तो नमक मिले गुनगुने पानी से गरारे करना चाहिए। इससे गले की खराबी मिटती है।
- जुकाम की अवस्था में गुनगुना पानी पीना चाहिए।
- जुकाम होने पर विटामिन सी की 500 मि. ग्राम की गोली प्रतिदिन लेनी चाहिए। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- जुकाम होने पर धूम्रपान तथा मद्यपान नहीं करना चाहिए। इनके कारण शरीर में विटामिन सी की मात्रा कम हो जाती है जिससे शरीर के रोगग्रस्त होने की आशंका ज्यादा रहती है।
- इस अवधि में दूध तथा दही का सेवन नहीं करना चाहिए। इनका सेवन शरीर के लिए हानिकारक होता है।
- कच्ची सब्जियां जैसे- टमाटर, नींबू, अंकुरित अनाज, पत्तागोभी और प्याज का सेवन लाभदायक होता है।
- जुकाम के रोगी के लिए धूप सेवन लाभदायक होता है।
- रोगी को साफ और हवादार कमरे में रखना चाहिए। साफ और हवादार वातावरण में रोग के कीटाणु जल्दी मर जाते हैं।
- रोगी का रुमाल तौलिया या अन्य कपड़े का उपयोग स्वस्थ व्यक्ति द्वारा करने पर वह व्यक्ति भी जुकाम से ग्रसित हो जायेगा।
- जुकाम से ग्रसित होने पर बार-बार नाक नहीं छिड़कना चाहिए अन्यथा जुकाम के वायरस कान में फैलकर भयंकर दर्द पैदा कर देंगे।
- रोगी को बलगम खुले में नहीं फेंकना चाहिए।
- जुकाम में अदरक और नमक मिला चाय पीने से लाभ मिलता है।
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