बुढ़ापे को अभिशाप नहीं वरदान बनायें
यदि बुढ़ापे का भय मिट जाए और यह समझ में आ जाए कि बुढ़ापे का भी अपना आनन्द है तो बुढ़ापा कष्टदायी नहीं होता। आदमी सोचता है बूढ़ा हो जाऊंगा तब कोई नहीं पूछेगा। कोई पास नहीं आएगा। अकेला रह जाऊंगा। वह इसी चिंता में डूब जाता है। पर अब दृष्टि बदल जाए कि बुढ़ापे…