
ईश्वरीय रंग में रंगना श्रेष्ठ होली
जैसे आत्मा के बिना शरीर बेकार हो जाता है और उसे मुर्दा समझकर जला दिया जाता है वैसे ही आध्यात्मिक अर्थ को समझे बिना त्योहार मनाना भी बेकार ही है, क्योंकि भारत के सभी त्योहार आध्यात्मिक अर्थ को लिये हुये हैं। अतः होली के भी आध्यात्मिक रहस्य को समझना चाहिए, क्योंकि उस आध्यात्मिक अर्थ का…