शीत ऋतु में आहार-विहार
मोटे स्थूल व्यक्तियों को शीत ऋतु में बहुत सावधानी की आवश्यकता होती है क्योंकि वर्षा ऋतु के बाद शीत ऋतु में ठंडी हवाओं से अंगों में जकड़न, घुटनों में दर्द व खांसी के साथ श्वांस रोग का बढ़ना एक समस्या है। महर्षि चरक ने कहा है, ‘धर्मार्थ काममोक्षाणाम् आरोग्यम् मूल मुत्तनम’ अर्थात् धर्म, अर्थ, काम…