नारी का अवमूल्यन एक कलंक

नारी का अवमूल्यन एक कलंक

नारी का अवमूल्यन कर, उसे उसकी गौरव गरिमा से गिराकर हमन एक अपराध किया और अंधकारपूर्ण परिस्थितियों में सैकड़ों वर्षों तक रहने का दंड दिया। कहा जा सकता है कि वह पहला अपराध था जिसका दण्ड देते समय इतिहास ने उदारतापूर्वक विचार किया। दक्ष प्रजापति के यज्ञ में गयी हुई सती जब अपने पति शंकर…

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