पानी के बाद यदि कोई पेय सर्वाधिक पिया जाता है तो वह है चाय। चाय शरीर के लिये लाभदायक मानी जाती है। चाय के बारे में जानकारों का मानना है कि यह सौंदर्य भी बढ़ाती है चाय के उत्पादन में भारत का अग्रणी स्थान है। दुनिया में चाय के कुल उत्पादन का 31 प्रतिशत से भी ज्यादा उत्पादन भारत में होता है।
चाय में विशेष एण्टीआक्सीडेण्ट्स के साथ-साथ स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले कई तत्व मौजूद होते हैं जो दिल की बीमारी, दिल का दौरा और मुंह, पैनक्रियास व प्रोस्टेट जैसे कई प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करते हैं।
वैसे तो हम सभी जानते हैं कि चाय हमेशा से ही स्फूर्ति प्रदान करने वाला और आराम पहुंचाने वाला एक कुदरती एवं स्वास्थ्यवर्धक पेय रहा है। आज के समय में संतुलित आहार एवं नियमित व्यायाम की तरह चाय स्वस्थ एवं आधुनिक जीवन शैली का एक अभिन्न अंग है। करीब 5000 साल पहले खोजी गई चाय पत्तियों में स्वस्थ जीवन का रहस्य छिपा है। यह ऐसा पेय है जो हमें तरोताजा करता है। इसके बाद सबसे बड़े उत्पादर्नकत्ता के रूप में भारत अगर उस पर गर्व करता है तो यह बात स्वाभाविक भी है।
एक रिपोर्ट के अनुसार चाय में पाये जाने वाले फेनालिक एण्टी-आक्सीडेण्ट्स विभिन्न प्रकार के कैंसरों (फेफड़े, पेट, ग्रासनली, छोटी आंत, पाचक ग्रंथि, यकृत, स्तन व मलाशय) की संभावनाओं को काफी हद तक कम करते हैं। रोजाना के चाय के प्याले में मौजूद कैल्शियम मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है, साथ ही चाय में पाये जाने वाले एण्टी-आक्सीडेण्ट्स, गैस्ट्रिक अल्सर, ब्लड शूगर, ब्लड प्रेशर, ट्यूमरों तथा आंत संबंधी पुरानी बीमारियों से भी सुरक्षित रखता। चाय को दांतों के लिये भी बेहद फायदेमंद बताया गया है। यह दांतों की सड़न रोकती है।
चाय में मौजूद थीयाफ्लेविंस दांतों पर पड़ी पपड़ी पड़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। चाय में पाये जाने वाले ज्वैलोनायड्स एलडीएल कोलेस्ट्रोल के आक्सीडेशन को रोकते हैं जो दिल की बीमारियों को काफी हद तक कम करता है। टी. बोर्ड के अध्यक्ष नवकुमार दास का कहना है कि चाय स्वास्थ्यवर्धक पेय है जिसे पीने के कई तरीके हैं। इससे दिन की शुरूआत हो सकती है और कार्बोनेटेड पेय के तरह यह शरीर को हानि नहीं पहुंचाती।
चाय मुख्य रूप से कैमोलिया सिनेंसिस पौधों से तैयार की जाती है लेकिन विभिन्न तरीकों की प्रक्रिया (प्रोसेसिंग) की वजह से चाय का रंग अलग-अलग होता है, जैसे काला और हरा। रिसर्च से यह भी पता चला है कि चाय की ये दोनों किस्में सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
चाय त्वचा की रक्षा में भी सहायक है। यह तथ्य सभी जानते हैं कि ट्रापिकल पैराडाइज, माइकल जार्डन कोलोन, एलिजाबेथ आर्डेन और काल्विन क्लीन के सीके जैसे प्रमुख ब्रांडों में चाय की महक मिलाई जाती है।