मालिश यानि आम के आम, गुठलियों के दाम। मालिश बहुत ही सरल उपाय है हार्ट अटैक से बचने का, जोड़ों के दर्द को कम करने का, दर्द तथा पुरानी थकावट दूर करने का तथा शरीर को चुस्त दुरुस्त रखने का।
प्रतिदिन नियमित केवल दस बारह मिनट मालिश करें और सुखी हो जाएं। मालिश से शरीर में वेसोएक्टिव इंटेस्टाइन पोलीपेपटाइड नामक रसायन पैदा होता है जिससे कोरोनरी धमनी में रक्त संचार 15 प्रतिशत से अधिक बढ़ जाता है। कभी परिवारों में नियमित रूप से मालिश करने का प्रचलन हुआ करता था किन्तु वह अब लुप्त हो रहा है।
डाक्टरों ने दोबारा इसे अभ्यास में लाने पर जोर दिया है। नियमित मालिश से शरीर में गंदा कोलेस्ट्राल घटता है तथा अच्छा कोलेस्ट्राल बढ़ता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा घटता है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार शरीर में इस शाखा के बढ़ने से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है और शरीर कई संक्रमणों से लड़ने योग्य हो जाता है।
मालिश के लिए तेल का चुनाव स्वयं करें। यह व्यक्ति के अपने शरीर तथा भार पर निर्भर करता है। इसके लिए सरसों (सीसेम), तिल या नारियल के तेल हितकर हैं। मालिश का पूर्ण लाभ उठाने के लिये मालिश सिर से पांव तक पूरे शरीर की जानी चाहिए। ऊपर गिनाए सभी लाभ होंगे और आप सदा एक्टिव बने रहेंगे।