एक अनुसंधान के अनुसार गर्भ निरोधक गोलियों, कीटनाशकों के बढ़ते इस्तेमाल तथा चुस्त जीन्स पेन्ट पहनने से बांझपन एवं नपुंसकता लगातार बढ़ रही है। अध्ययन के अनुसार अधिक चुस्त जीन्स या पेन्ट पहनने से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं और पुरुष तथा महिलाओं, दोनों की ही प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। पुरुष की अपेक्षा चुस्त पेंट के कारण महिलाएं अधिक प्रभावित होती है। महिलाओं के लिए ढीले-ढाले उपवस्त्र ही स्वास्थ्यनुकूल होते हैं।
पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है टमाटर
ब्रिटेन स्थित पोर्टस्माउथ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार रोज एक टमाटर का सूप लेते रहने से पुरुषों की प्रजन्न क्षमता में वृध्दि होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार टमाटर को लाल रंग देने वाला तत्व ‘लाइकोपीन’ शुक्राणु को महाशुक्राणु में बदल देता है। टमाटर के अलावा अमरूद एवं पपीते में भी लाइकोपीन मिलता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि मात्र दो सप्ताह लगातार टमाटर के सूप पीने वाले पुरुषों के वीर्य में लाईकोपीन का प्रतिशत (7-12) तक के बीच पहुंच जाता है और नामर्द भी संतान उत्पन्न करने की क्षमता को पा सकते हैं।
यौवन में चार चांद लगाती है उबली मूंगफली
न्यूयार्क स्थित एलबासा विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों के अनुसार उबली हुई मूंगफली में विषाक्त जीवाणुओं को नष्ट करने की क्षमता भुनी हुई मूंगफली के मुकाबले बीस गुना अधिक होती है। अध्ययन के अनुसार खाने की वस्तुओं और पौधों में मौजूद विषाक्त कीटाणु कैंसर, हृदय रोग और दूसरी जानलेवा बीमारियों का कारण बनते हैं। लेकिन उबली हुई मूंगफलियों में इन विषाक्त जीवाणुओं को नष्ट करने वाले तत्वों की संख्या अधिक पायी गयी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि प्रतिदिन प्रातःकाल 50 ग्राम की मात्रा में उबली हुई मूंगफलियों का सेवन करते रहने से जवानी बरकरार रहती है।
अल्सर का रामबाण है जैतून का तेल
वाल्से यूनविर्सिटी हासिप्टल के वैज्ञानिकों के अनुसार पेट के अल्सर (पेप्टिक-अल्सर) में आराम पहुंचाने में जैतून का तेल रामबाण भूमिका अदाकर सकती है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि सेहत के लिए पहले से ही फायदेमंद बताया जा रहा जैतून का तेल ‘हैलीको-बैक्टर पाइलोरी’ संक्रमण, जिससे हर साल लाखों लोग पेट और आंतों के अल्सर से पीड़ित होते हैं, से बचाव या उसके उपचार में फायदेमंद होता है। इस अध्ययन के परिणाम से यह साबित हो गया है कि जैतून का तेल पेट के अल्सर के इलाज में औषधि का काम करता है।
औरतों को कामशीतल बना देती है तंग बिकिनी व चोली
स्पेन के चिकित्सा वैज्ञानिकों के अनुसार आज के समय में तंग बिकिनी (जांघिया) एवं चोली (ब्रा) पहनने का रिवाज काफी तेजी से बढ़ रहा है। इनके लगातार प्रयोग से प्रजननांगों की विशेष नसों पर दबाव पड़ता है और धीरे-धीरे औरतों में सेक्स की क्षमता घटती चली जाती है और एक दिन वे पूरी ठंडी हो जाती है। शोधकर्ताओं के अनुसार बाइस वर्ष तक की युवतियों को रात में तंग परिधानों को पहनकर नहीं सोना चाहिए। इससे उनकी प्रजनन क्षमता भविष्य में बाधित हो सकती है।
तनावग्रस्त महिलाओं को बेटी अधिक
यूनिवर्सिटी आफ कोलिफोर्निया के विशेषज्ञों ने शोधोपरान्त पाया है कि तनावग्रस्त रहने वाली महिलाएं अधिक संख्या में बेटी को जन्म देती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार तनावग्रस्त महिलाएं यौनाचार के समय सकारात्मक सोचों से अलग रहती हैं जिसके कारण उनके यौन व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है और इससे हारमोन स्तर में भी परिवर्तन हो जाता है। अतः महिलाओं को पुत्र पैदा करने के लिए तनाव से दूर रहना चाहिए। विशेषकर उस समय तो तनाव को आने ही नहीं देना चाहिए जब वे पति के साथ संभोगीय स्थिति में हों।