सर्दी का मौसम वैसे तो खूब खाने-पीने का होता है पर कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं इस मजे को खराब कर देती है पर कुछ विशेष ध्यान देकर हम ठंड को बेदम कर सकते हैं और ठंड का मजा ले सकते हैं। सर्दी की आम समस्याएं हैं जुकाम, खांसी, बुखार, त्वचा का रुखापन, निमोनिया, ब्रांकाइटिस, पैरों और हाथों की उंगलियों का फटना, एड़ियों का फटना आदि। इनके अलावा इन दिनों धुंध होने से सांस लेने में मुश्किल हो जाती है।
- हाथ-पैर और सिर को भी उचित तरीके से ढककर रखा जाना चाहिये। छोटे बच्चों का ध्यान रखें कि वे गीले वस्त्रों में न रहें और गीले बालों से एकदम बाहर नहीं निकलना चाहिए।
- बच्चों, बूढ़ों को कोई भी ठंडी चीज न खाने दें और न ही बिना आवश्यकता के उन्हें बाहर जाने दें।
- सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों को धुंध के समय बाहर नहीं निकलना चाहिये। धुंध छंट जाने पर ही बाहर निकलें। अस्थमा पीड़ित लोगों को इनहेलर अपने पास रखना चाहिये।
- सर्दियों में हडि्डयों में अकड़ने आ जाती है। ऐसे में बंद कमरे में गर्म तेल से मालिश करते रहना चाहिए ताकि हड्डियों की अकड़न से बचा जा सके।
- एड़ियां फटने, हाथों के फटने और नाखूनों को टूटने से बचाने के लिये रात्रि में हल्के गर्म पानी में नमक डालकर कुछ समय के लिये हाथों-पैरों को उसी पानी में रखना चाहिये। फिर उन्हें अच्छी तरह सुखाकर कोल्ड क्रीम लगाएं।
- होठों को फटने से बचाने के लिए होंठों पर मलाई या ग्लिसरीन, नींबू का मिश्रण लगाएं।
- बालों पर इन दिनों डैंड्रफ अपना कब्जा आसानी से जमा लेती है। इस समस्या से निजात पाने के लिये बालों पर गुनगुने तेल का मालिश करे।
- नहाने के बाद शरीर को सुखा कर माश्चराइजर लगाना चाहिये ताकि शरीर की नमी न सूखने पाए। पानी के सम्पर्क में भी कम समय रहना चाहिये।