जीवन शैली से संबंधित रोगों में उच्च रक्तचाप एक महामारी की तरह फैलता जा रहा है। उच्च रक्तचाप स्वयं में तो एक गंभीर रोग है ही, कई गंभीर रोगों जैसे हृदय रोगों व पक्षाघात की संभावना को भी बढ़ाता है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। यही नहीं, जहां पहले उच्च रक्तचाप 40-45 वर्ष की उम्र के पश्चात होता था, आज 30-35 वर्ष में भी उच्च रक्तचाप रोग होना आम बात हो गयी है।
सबसे महत्वपूर्ण कारण
उच्च रक्तचाप का सबसे महत्वपूर्ण कारण है नमक का अधिक मात्रा में सेवन। नमक अर्थात् सोडियम क्लोराइड के रूप में हम अपनी डाइट में सोडियम का सेवन करते हैं। वैसे तो सोडियम की कुछ मात्रा शरीर के लिये बेहद जरूरी है। हृदय गति को सामन्य बनाये रखने में शरीर में जल स्तर के संतुलन व मांसपेशियों के संकुचन में सोडियम महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिदिन सोडियम की 500 मिग्रा. की मात्रा का सेवन सुरक्षित है पर आजकल साल्टी फूड का सेवन अधिक किया जा रहा है जिसके कारण व्यक्ति द्वारा नमक की अधिक मात्रा का सेवन कर लिया जाता है। आचार, पापड़, प्रोसेस्ड फूड आदि में सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। बेशक उच्च रक्तचाप की गंभीरता को जान कर लोगों ने भोजन में नमक की मात्रा को कम कर दिया है पर फिर भी वे अनजाने में प्रोसेस्ड फूड, वेफर्स, नमकीन, अचार आदि के रूप में इसकी मात्रा का अधिक सेवन कर लेते हैं। जिसके कारण उनका रक्तचाप बढ़ जाता है, इसलिये बहुत आवश्यक है इसके सेवन पर नियंत्रण।
विशेषज्ञों के अनुसार जिस व्यक्ति का रक्तचाप सामान्य भी हो, उसे नियमित मात्रा में नमक का सेवन करना चाहिये। और जो व्यक्ति हाइपरटेंशन के शिकार हैं उन्हें तो नमक के सेवन में अधिक सतर्कता बरतनी चाहिये। प्रोसेस्ड फूड के निर्माण में तो नमक का अधिक प्रयोग होता है इसलिये प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें। भोजन पकाते समय गृहिणियों को भी नमक की कम मात्रा का उपयोग करना चाहिये और डाइनिंग टेबल पर तो नमक बिल्कुल ही न रखें। सलाद पर भी नमक के स्थान पर नींबू आदि सोडियम रहित वस्तुओं को डालें जो भोजन को स्वाद भी दे और नमक की मात्रा का अहसास भी न होने दे।
उच्च रक्तचाप के अन्य कारण
एक शोध के अनुसार अगर नमक की 3 ग्राम की मात्रा का भी सेवन कम कर दें जो सुरक्षित मात्रा से पहले ही काफी अधिक है तो हृदयाघात व पक्षाघात की संभावना को काफी कम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त उच्च रक्तचाप के अन्य कारणों पर भी गौर करना जरूरी है।
- वजन को नियंत्रित रखें।
- धूम्रपान भी उच्च रक्तचाप का एक कारण है। इसका भी त्याग करें।
- अल्कोहल का भी सीमित मात्रा में सेवन करें।
- तनाव को अपने जीवन से निकालें। फलों व सब्जियों का सेवन अधिक करें।
जीवन शैली में थोड़े से परिवर्तन लाकर आये इन गंभीर रोगों से सुरक्षा पा सकते हैं। स्वयं तो आप नमक का सेवन कम करें ही, अपने बच्चों को भी इसके सेवन में एहतियात बरतना सिखाएं ताकि आने वाली नयी पीढ़ी स्वस्थ्य जीवन शैली अपनाए और महामारी के रूप में फैल रहे इस रोग पर नियंत्रण पाया जा सके।